कभी कभी कुदरत जान बुझ कर हमे मुश्किल हालतों में डालती है ताकि उन लोगों के चेहरों पर लगे नकाब हम देख सके जिन पर हम आँख मूँद करके भरोशा करते है रिश्ते खून के नहीं होते विस्वाश के होते है अगर विस्वाश हो तो पराये भी अपने हो जाते है और अगर विस्वाश ना हो तो अपने भी पराये बन जाते है। दो पल के रिस्तो से प्यार भरा रिस्ता बिखर जाता है होश तब आता है जब वक़्त निकल जाता है।